5000 year old village

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गुरुवार, 25 मार्च 2010

विषय :-- भारत के बेबकूफ़ बुधीजीवी
भारत के कुछ बुधीजीवी हूसेन के कतर की नागरिकता लेने पर हो हल्ला मचा रहे हैं. परंतु इन मूर्खों से कोई ये नहीं पूछता की उसने भारत माता सहित हिंदू देवी देवताओं की जो तस्वीर बनाईं हैं उनको देख कर तुम्हारा खून नहीं खौलता, यदि नहीं तो आप का खून अपनी मा या बहन की बेइजती भी सहन कर सकता है. हिन्दुओ को काफ़िर कहने वाले लोंगो के सामने भारत के इन लोगो को घुटने टेकते देख इनकी मर्दानगी पर संदेह होता है. पर क्या करें ये मर्द तो हैं नहीं. ये लोग हिंदू देवी देवताओ का अपमान सह सकते हैं पर मुसलमानो के खिलाफ ये एक शब्द भी नही सुन सकते. आख़िर पक्के चम्चे हैं मुसलमानो की 712 ई से गुलामी कर रहे हैं. ये लोग अपने बाप को बाप नही कहते दूसरे के बाप को बाप कहने वाले हैं. हिंदू देवताओ की नग्न तस्वीर बनाने वाले को पूजते हैं उसके विदेश में बसने पर इनको लग रहा है की इनके माँ बाप इनको छोड़ कर चल बसे हों. अभिव्यक्ति की स्वतंत्र के नाम पर हिन्दुओ की भावनाओ से खेलने वालों के सामने ये लोग नतमस्तक हैं. ये लोग खुज़रहो का हवाला देते हैं की वहाँ भी देवी देवताओं की नग्न मूर्तियाँ हैं, पर ये (मुसलमान) तो बुतपरस्त नहीं हैं फिर ये लोग इस तरह के उदाहरण कैसे दे सकते है. क्या ये खुज़रहो की मूर्तियाँ बनाने वालों की भावनाओं को समझ सकते हैं, नहीं समझ सकते क्योकि इनका मकसद कुझ समझना नहीं है. दूसरे जो नज़रिया देवी देवताओं के प्रति हिंदुओं का है वो नज़रिया मुसलमानो का नही हो सकता. इसलिए इन मूर्खों को कोई तो समझाए की आग से खेलने की कोशिश न करें नही तो इस देश में इनको सबक सीखने वालों की कोई कमी नहीं है. इनको मेरी नेक सलाह हैं की अपने बाप को ही बाप कहो दोसरे के बाप को बाप कहोगे तो नाजायज़ औलाद काहलोगे. अब ये आप के उपर है की आप नाजायज़ बनना पसंद करोगे या देश और धर्म प्रेमी.

3 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत अच्छा प्रयास किया है. बड़ा धारदार लिखते हैं. कृपया इसे जारी रखें. आप जैसे लेखक वक्त की जरूरत है. बस प्रूफ में थोड़ा-सा ध्यान दे. और संभव हो तो आह्वान (AHWAN-Association of Hindu Writers And Netizens) से जुड़े. इसका लिंक मेरे ब्लॉग www.secular-drama.blogspot.com पर उपलब्ध है. माँ भारती आपकी लेखनी को नई ऊर्जा और ओज दे.

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  2. हिंदी ब्लाग लेखन के लिए स्वागत और बधाई
    कृपया अन्य ब्लॉगों को भी पढें और अपनी बहुमूल्य टिप्पणियां देनें का कष्ट करें

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  3. इस नए चिट्ठे के साथ हिंदी ब्‍लॉग जगत में आपका स्‍वागत है .. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!

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